फिर से तुमसे बाते करके दिल से मुस्कुराना है हमें फिर से तुमसे बाते करके दिल से मुस्कुराना है हमें
मैं बाँहों में सिमटकर ही रह जाऊँ तुम गाना प्रिये तराना मिलन वाला। मैं बाँहों में सिमटकर ही रह जाऊँ तुम गाना प्रिये तराना मिलन वाला।
चाहे राह अधर्म की, साथ नहीं छोड़े दोस्त, कर्ण ने निभाया ऐसी, रीत होना चाहिए चाहे राह अधर्म की, साथ नहीं छोड़े दोस्त, कर्ण ने निभाया ऐसी, रीत होना चाहिए
हर रीत सीखा देना सजन अपने घर आंगन में। हर रीत सीखा देना सजन अपने घर आंगन में।
सदभावना, एकता और शांति के गीत गाती, वसुधैव कुटुंबक का रीत आज भी निभाती। सदभावना, एकता और शांति के गीत गाती, वसुधैव कुटुंबक का रीत आज भी निभाती।
नारी कितना ही करदे अपनों का फिर भी तारीफ कभी नहीं पाई है नारी कितना ही करदे अपनों का फिर भी तारीफ कभी नहीं पाई है